विधानसभा सत्र के दूसरे दिन पोषण आहार मामले पर हुआ जमकर हंगामा, कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष ने कही यह बात

भोपाल- मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इस समय मानसून अपना रुख दिखा रहा है. प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी है. ऐसे में राज्य में विधानसभा मानसून सत्र भी चल रहा है. राज्य में विधानसभा सत्र का आज 14 सितंबर बुधवार को दूसरा दिन है. सत्र के शुरु होते ही जोरदार हंगामा शुरू हो गया. सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष-पक्ष विधायकों में विधानसभा में जमकर नोकझोंक हुई. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को पोषण आहार मामले को लेकर वक्तव्त का समय दिया था.

इससे पहले ही काग्रेंस विधायकों ने हंगामा शुरु कर दिया. इसके बाद बीच में ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने रोक दिया. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Govind Singh) ने कहा कि मैंने कल पोषण आहार मामले पर चर्चा के लिए कहा था लेकिन चर्चा ना करते हुए सरकार भाग रही है.

पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक हुई

नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर कटाक्ष करते हुए संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा वक्तव्य पढ़े जाने की परंपरा है. नेता प्रतिपक्ष वास्तव का जवाब देते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष चर्चा से भाग रहे हैं. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करें या ना करें हम सभी सदन की प्रक्रिया का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि पहले हमें बोलने दिया जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा मेरे वक्तव्य के बाद विपक्ष के नेता बोलें कोई दिक्कत नहीं. इस तरह पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक होती रहेगी.

सदन में चल रहे हंगामे के बीच में लगातार पोषण आहार का मामला गूंजता रहा. कांगेस विधायक आरोप लगाते रहे कि बच्चों का खाना जो खा गए हैं इसलिए चर्चा से बच रहे हैं. हंगामे के बीच सदन में सीएम शिवराज का पोषण आहार मामले में वक्तव्य शुरू हुआ. इसके बाद सदन में विपक्ष के विधायकों ने ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ के लगाए नारे. विपक्षी विधायकों का सदन में जोरदार हंगामा जारी है. इसी हंगामे के बीच सीएम शिवराज का वक्तव्य भी जारी है.

सीएम ने कहा दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी

पोषण आहार को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया कि कार्यकाल में आहार की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई. जो आहार अमानक पाए गए, वो कांग्रेस के कार्यकाल के थे. सीएम ने कहा कि हम सभी बुन्दुओं पर AG को जवाब भेजेंगे. ये अंतिम रिपोर्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि CAG की रिपोर्ट का हम इंतजार करेंगे. अगर कहीं गड़बड़ी पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने आगे कहा कि चाहे दोषी कोई भी हो किसी को छोड़ा नहीं जाएगा.

इसी बीच कांग्रेस विधायक मनोज चावला और बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा के बीच बहस हुई. कांग्रेस ने आदिवासी विधायक को सम्मान दो के नारे लगाये. कांग्रेस विधायक आसंदी छोड़ कर जमीन पर बैठ गए. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि अर्जी दें हम जांच करेंगे.